Latest:

एक बरस में बदल गई दो आंदोलनों की तस्वीर..



भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और विदेशों में जमा कालाधन स्वदेश लाने की मांग को लेकर शुरू हुए अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आंदोलनों ने सालभर में ही दम तोड़ दिया।

पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन अन्ना हजारे ने हुंकार भरी थी, लेकिन इस साल का स्वतंत्रता दिवस आते आते टीम अन्ना भंग हो गई। वर्षभर कई तरह के ‘आसन’ बदलने वाले योगगुरु रामदेव ने भी स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले अनशन समाप्त करते हुए 2014 तक कोई बड़ा आंदोलन नहीं करने का ऐलान किया।


साल 2011 के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और सरकार के बीच उस समय तीखे टकराव की स्थिति बन गई थी, जब अन्ना हजारे ने यहां जय प्रकाश नारायण पार्क से आंदोलन करने का आह्वान किया था।

पिछले स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लालकिले की प्राचीर पर तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र के नाम संबोधन में लोकपाल विधेयक पर हजारे के प्रस्तावित अनशन पर सवाल उठाते हुए कहा थी कि जो विधेयक चाहते हैं, उन्हें आमरण अनशन नहीं करना चाहिए क्योंकि उनकी सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस दौरान साल भर में कई करवट बदलने वाले अन्ना हजारे और बाबा रामदेव के आंदोलनों के बीच मनमोहन सिंह ने आज लाल किले से शासन प्रशासन के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का संकल्प दोहराने के साथ ही कुछ सख्त लहजे में यह भी ध्यान रखने को कहा कि बेबुनियाद शिकायतों और गैर जरूरी अदालती कार्रवाइयों से अधिकारियों के मनोबल को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।



Note : Candidate can get any other information or Jobs Openings, Results, Education, News, Admissions, Date Sheet etc. directly in his/her inbox by subscribing his/her e-mail id in the form give below.



0 comments:

Post a Comment

Like us on facebook